Page 11 - Digital Aarti Sangrah
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ी  ानदेवाची आरती



                                      आरती  ानराजा, महाकै व यतेजा।


                                     से वती साधुसंत, मनु वेधला माझा।

                                              आरती  ानराजा॥  ु.





                                    लोपले  ान जगी,  हत नेणती कोणी।

                                      अवतार पांडुरंग, नाम ठे वले  ानी।

                                             आरती  ानराजा...॥१॥





                                  कनकाचे ताट करी, उ या गो पका नारी।


                                        नारद तुंबरही, साम गायन करी।

                                             आरती  ानराजा...॥२॥





                                        गट गु  बोले,  व    ही के ले।

                                     रामा जनाद नी, पायी म तक ठे वले।

                                             आरती  ानराजा...॥३॥
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